प्रतिनिधि: अब्दुल रहमान राजस्थान
विजयनगर दुष्कर्म का शिकार हुई महिला ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय ब्यावर पहुंचकर पूर्व थाना अधिकारी करण सिंह खंगारोत के खिलाफ लिखित रूप में शिकायत पेश की है । वही आईजी रेंज अजमेर तथा महिला आयोग जयपुर को भी रजिस्टर्ड पोस्ट के जरिए सूचना भेज कर एफआईआर नंबर 187/ 2024 पुलिस थाना विजयनगर पर आरोप लगाया है कि पूर्व थाना अधिकारी करण सिंह खंगारोत ने मुकदमे में पैसे लेकर आरोपी को बचाया है,एवं मुकदमे में एफआर लगा दी। माफिया बानू पत्नी असलम उम्र 26 वर्ष जाति मुसलमान निवासी राजनगर विजयनगर जिला ब्यावर ने निवेदन पेश किया है कि 22 मई 2024 को पुलिस थाना विजयनगर में एक लिखित रिपोर्ट आरोपी फारुख नीलगर पिता बाबू नीलगर निवासी नई बस्ती विजयनगर ने महिला के साथ डरा धमका कर उसे ब्लैकमेल कर उसकी इच्छा के विरुद्ध उसके साथ गलत काम करता आ रहा था। महिला का कहना है कि लोग लिहाजा एवं मेरे बच्चों को जान से मारने की धमकी की देने के कारण रिपोर्ट देने में देरी हुई थी। वहीं महिला का आरोप है कि उस दौरान थाना अधिकारी करण सिंह खंगारोत ने आरोपी युवक को जांच के नाम थाना बुलाया तथा महिला पर राजीनामा का दबाव बनाया तथा ₹500000 का लालच दिया । जिस पर माफिया ने इनकार कर दिया। और थानाधिकारी आक्रोश में आ गए, और मुझे एकांत में ले गए तथा डराया धमकाया साथ ही गाली गलौज कर अपमानित किया। मेरी शिकायत पर थाना अधिकारी को आईपीसी की धारा 376(2)N व 384 का मुकदमा दर्ज करना चाहिए था। वही पद का दुरुपयोग करते थाना अधिकारी ने आरोपी को बचाया । दुष्कर्म की शिकार हुई पीड़िता ने बताया है कि 7 जुलाई 2024 को पुलिस कर्मचारी हनुमान द्वारा मुझे (माफिया )को फोन कर कोर्ट बुलाया जिस पर महिला न्यायालय में हाजिर हुई तब पता चला है कि अनुसंधान अधिकारी करण सिंह सिर्फ मानवीय भूल के कारण तारीख में अमूल चूक होने के कारण मेरे मुकदमे में एफआर लगा दी। इस पर पीड़िता ने कल 25 जुलाई 2024 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय ब्यावर पहुंच कर शिकायत पेश की है। जिसमें लिखा है कि पूर्व थाना अधिकारी करण सिंह द्वारा किए बर्ताव पर विभागीय कार्यवाही करने की मांग की है।