इलाज में देरी मासूम की मौत,15 मिनट तक पर्चा बनाने का इंतजार करते रहे डॉक्टर

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प्रतिनिधि – अक्षय प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश

रायबरेली में 1 साल की मानसून की जिला अस्पताल में मौत हो गई पिता ने डॉक्टर पर देरी से और लापरवाही से इलाज किए जाने का आरोप लगाया है बच्ची का इलाज करने की वह जगह डॉक्टर पर्चा बनने का इंतजार करते रहे जिसे इलाज में देरी हुई।मामला रायबरेली जिले थाना कोतवाली लोहरा मऊ का है यहां के रहने वाले सूरज की 1 साल की बेटी की अचानक तबीयत खराब हो गई उसका इलाज करवाने के लिए सूरज अपनी पत्नी और परिजनों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा यहां इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर प्रदीप पर इलाज करने में देरी का आरोप है जिससे मासूम अनामिका की मौत हो गई। पिता ने बताया कि इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर के पास अपनी बेटी का इलाज करने के लिए गया था तो पर्चा बनाने वाले फार्मासिस्ट मौके पर नहीं थे जिस कारण डॉक्टर ने इलाज करने में देर कर दी 15 मिनट बाद जब पर्चा बना तो डॉक्टर ने इलाज शुरू किया। इलाज के दौरान डॉक्टर ने मेरी बेटी को एक इंजेक्शन और ग्लूकोज लगाए इसके बाद डिस्चार्ज कर दिया अस्पताल के बाहर निकलते ही मेरी बेटी ने दम तोड़ दिया दोबारा जब डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने उम्र घोषित कर दिया अगर समय से मेरी मासूम बच्ची का इलाज हो जाता तो आज वह जीवित होती जिला अस्पताल मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से बात की गई तो उन्होंने गोल-मोल जवाब दिया।

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