रायला थाने का लापता कांस्टेबल राजसमंद जिले में मिला

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प्रतिनिधि: फिरोज खान भीलवाड़ा

रायला थाने का तीन दिन पहले लापता हुआ कांस्टेबल रविंद्र कुमार राजसमंद जिले के गौमती चौराहे पर मिला है। इससे पहले सिपाही ने अपने साथी सिपाही को किसी और के मोबाइल से कॉल कर ऑन लाइन 5 हजार रुपये डालने के लिए कहा था। इसके बाद लोकेशन ट्रेस कर गौमती पुलिस की मदद से रायला पुलिस उसे यहां ले आई। रायला पुलिस के अनुसार, रायला थाने में तैनात कांस्टेबल रविन्द कुमार ( बेल्ट नंबर 1811) साल के अंतिम दिन सुबह थाने से बाइक लेकर लांबिया की ओर निकला था। इसके बाद से रविंद्र थाने पर नहीं लौटा। अचानक सिपाही के रहस्यमय तरीके से लापता होने से थाना स्टॉफ में खलबली मच गई। परेशान पुलिस ने सिपाही का पता लगाने के लिए इलाके में लगे सीसी टीवी फुटेज खंगाले तो पता चला कि सिपाही ने लांबिया टोल प्लाजा के पास स्थित पंप से 520 रुपये का पेट्रोल बाइक में डलवाया। इसके बाद वह आगे निकल गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। इस बीच,रविंद्र ने अपने साथी सिपाही राकेश मीणा को मंगलवार को किसी ट्रक चालक के मोबाइल से कॉल किया। रविंद्र ने राकेश से 5 हजार रुपये की जरुरत बताते हुये फोन पे करने के लिए कहा। राकेश ने रविंद्र को कुछ देर में रुपये डालने की बात कही। इसके बाद रविंद्र द्वारा जिस मोबाइल से कॉल किया, उसकी लोकेशन ट्रेस की। लोकेशन गौमती चौराहा पर आई। इसके बाद पुलिस ने गौमती पुलिस से संपर्क किया। गौमती चौराहा चौकी पुलिस ने लोकेशन के आधार पर कांस्टेबल रविंद्र को चौकी पर बैठा लिया और रायला पुलिस को सूचना दी। इसके बाद एक पुलिस टीम गौमती चौकी पहुंची जो कांस्टेबल रविंद्र को रायला ले आई। इसके बाद रविंद्र को उसके भाई हवासिंह को सुपुर्द कर दिया। हवा सिंह भी 29 मिल चौकी पर पुलिसकर्मी है। रायला थाना प्रभारी ने रविंद्र का अवकाश स्वीकृत करते हुये उसे कोटपुतली क्षेत्र स्थित गांव भिजवा दिया। रायला पुलिस का कहना है कि रविंद्र से लापता होने का कारण पूछा गया तो उसने कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया और इतना ही कहा कि उसका माइंड डिस्टर्ब हो गया था, इसलिये वह चला गया। कांस्टेबल रविंद्र के मिलने से पुलिस ने राहत की सांस ली है।

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