महाविद्यालय में इंटरनेशनल कांफ्रेंस का सफलता पूर्वक आयोजन

एज्युकेशन

प्रतिनिधि: अब्दुल रहमान राजस्थान विजयनगर

श्री प्राज्ञ महाविद्यालय में 9 फरवरी को इंटरनेशनल कांफ्रेंस का आयोजन “Recent Advances in Applied Science and Technology for Sustainable Development(ICRAASTSD-2024)” विषय पर रसायन विज्ञान विभाग के तत्वावधान में देश – विदेश के प्रसिद्ध वक्ताओं और विद्वानों, शोधार्थीयो, जिज्ञासु विद्यार्थियों की उपस्थिति में सफल आयोजन किया गया। मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर उपस्थित अतिथियों और विद्वानों के द्वारा कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई इस दौरान उपस्थित अतिथि मेहमानों का श्री अनुराग चोरड़िया (सेक्रेटरी श्री प्राज्ञ महाविद्यालय) श्री सुरेंद्र पीपडा (सेक्रेटरी प्राज्ञ ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट) श्री शांतिलाल चपलोत (वाइस प्रेसिडेंट प्राज्ञ महाविद्यालय) श्री महावीर कछारा (सेक्रेटरी श्री प्राज्ञ पब्लिक स्कूल) डॉ नवल सिंह जैन (डायरेक्टर राज्य ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट),डा दुर्गा मेवाड़ा (प्राचार्या श्री प्राज्ञ महाविद्यालय) द्वारा सभी का स्वागत सत्कार किया गया मुख्य अतिथि प्रो.जेपी यादव- वाइस चांसलर आरआरबीएम यूनिवर्सिटी अलवर (वर्चुअल उपस्थिति) और सम्मानित अतिथि डॉ. अहमद होसैनी बंदरघईई,(अनुसंधान निदेशक, सेम्मन विश्वविद्यालय, ईरान) प्रो. सुब्रतो दत्ता रिमोट सेंसिंग और भू-सूचना विज्ञान विभाग के प्रमुख, एमडीएस विश्वविद्यालय, अजमेर, राजस्थान डॉ. महेश के. शर्मा रसायन विज्ञान विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर रीता मेहरा (अध्यक्ष, रसायन विज्ञान विभाग एमडीएस यूनिवर्सिटी, अजमेर, राजस्थान)वार्ता सदस्य डॉ. रवीन्द्र पांडे( रोसवेल पार्क कॉम्प्रिहेंसिव कैंसर सेंटर, बफ़ेलो, एनवाई, यूएसए) डॉ. हरीश द्वारा, (वनस्पति विज्ञान विभाग, एमएलएसयू उदयपुर) डॉ. रामहरि मीना (रसायन विज्ञान विभाग, यूओआर, जयपुर) डॉ सोनालिका सिंह(चिकित्सा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, एनआईएमएस विश्वविद्यालय, जयपुर)डॉ.प्रवीण यादव ( जैव प्रौद्योगिकी विभाग, शारदा विश्वविद्यालय जीएन, यूपी)डॉ अदिति शर्मा ( कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभागसिम्बायोसिस इंटरनेशनल (डीम्ड यूनिवर्सिटी) पुणे, एमएच)डॉ. निधि अरोड़ा (वनस्थली विद्यापीठ, नेवई, टोंक) डॉ.आशुतोष शर्मा (रसायनिकी विभाग आर्य कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड आईटी कूकस) डॉ. एस.सी.त्रिपाठी ( जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा)डॉ नीलिमा गुप्ता (राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर) उपस्थित हुएकार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रोफेसर रीता मेहरा ने कहा कि 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने एवं समाधान निकालने के लिए वैज्ञानिको, इंजीनियरों, पॉलिसी बनाने वाले को एक प्लेटफार्म पर आकर नवाचार करने की आवश्यकता पर जोर दिया जिससे सतत विकास और आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ वातावरण मिल सके साथ ही अक्षय ऊर्जा स्रोत, कृषि में जैव प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रिक गतिशीलता, जैव निम्नीय पदार्थ के उदाहरणों द्वारा विज्ञान और टेक्नोलॉजी के विकास को समझाया ईरान से आये डॉ. अहमद होसैनी बंदरघई ने वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट,Photocatalytic और Absorption technique के बारे में अवगत करायाप्रो. सुब्रतो दत्ता ( परीक्षा नियंत्रक,रिमोट सेंसिंग और भू-सूचना विज्ञान विभाग के प्रमुख, एमडीएस विश्वविद्यालय, अजमेर, राजस्थान) ने कहा कि समय-समय पर इस प्रकार के सेमिनार का आयोजन करवाने से और इस प्रकार के विषयों के द्वारा टेक्नोलॉजी और विकास के स्वरूप को उत्तरोत्तर और अधिक समृद्ध बनाने में हम सब की महत्वपूर्ण भागीदारी होने के साथ-साथ युवाओं को और अधिक प्रेरणा मिलने से आगे बढ़ाने में मार्गदर्शन मिलता रहे डॉ. महेश के. शर्मा ( रसायन विज्ञान विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर) ने कहा कि अपने आसपास के वातावरण में क्या वेस्ट है सामान्य टेक्नोलॉजी के पहलुओं को और आगे बढ़ाने में धरातलीय स्तर पर मजबूती से विकसित किया जा सकेगा यही सस्टेनेबल डेवलपमेंट की थ्योरी को और आगे बढ़ाने में भी भूमिका निभा सकेंगेमुख्य अतिथि प्रो.जेपी यादव- वाइस चांसलर आरआरबीएम यूनिवर्सिटी अलवर (वर्चुअल उपस्थिति) ने कहा कि सेमिनार के माध्यम से शोधार्थियों जिज्ञासु विद्यार्थियों को और आगे बढ़ने का इस प्रकार अवसर मिलता हैvजिससे उन्हें आगे बढ़ाने में और विकास द्वारा टेक्नोलॉजी को और आगे बढ़ाने में मददगार साबित हो सकते हैं सेमिनार में शोधार्थियों और श्रोताओं को प्रस्तुत विषय को समझने और विद्वानों से विचारों को जानने का अवसर मिलने मिलने से सभी लाभांवित हुए

CLICK TO SHARE