श्रीराम भक्तों को निमंत्रण देने के उद्देश्य से लाए गए अक्षत क्लश श्री राम नगर में पड़ते धनोवाली क्षेत्र में आज हुआ स्थापित

धर्म

संजय कालिया जालंधर (पंजाब)

जेहि पर कृपा करहिं जनुजानी। कवि उर अजिर नचावहिं बानी।। मोरि सुधारहिं सो सब भांती। जासु कृपा नहिं कृपा अघाती।।”श्री अयोध्या धाम से राम भक्तों को निमंत्रण देने के उद्देश्य से लाए गए अक्षत क्लश श्री राम नगर में पड़ते धनोवाली क्षेत्र में आज (31/12/23) प्रातः 11:00 बजे श्री इन्द्र देव शर्मा जी(पंजाब प्रांत विश्व हिंदू परिषद् अर्चक प्रमुख) जी की अध्यक्षता में श्री गुरुद्वारा एवं माता दुर्गा मंदिर के प्रांगण में अक्षत क्लश वितृत कार्यक्रम किया गया । इस मौके पर श्री गुरुद्वारा मंदिर कमेटी के सदस्य सरदार गुरमीत सिंह ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में भगवान श्री राम जी के बारे में “जित्थे जाए बहै मेरा सतिगुरु सो थानु सुहावा राम राजे’…. यानि जहां पर मेरा परमात्मा बैठता है, वह स्थान पवित्र हो जाता है। गुरु अर्जुन देव जी ने लिखा है ‘राम गोविंद जपेंदेयां होवा मुख पवित्तर’। चौथे गुरु श्री गुरु राम दास जी ने राग वसंत में लिखा है ‘राम नाम की पैज वडेरी मेरे ठाकुरि आप रखाई।।सुखदेव शर्मा जी (नगर सह संघ चालक जी ने बताया कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में 5500 बार है राम नाम का जिक्र है भगवान श्री राम जी की महिमा सिख परंपरा में भी बखूबी विवेचित है। सिखों के प्रधान ग्रंथ गुरुग्रंथ साहब में साढ़े पांच हजार बार भगवान राम के नाम का जिक्र मिलता है। दशम गुरु गो¨वद ¨सह ने तो दशमग्रंथ में रामावतार के नाम से एक परिपूर्ण सर्ग की ही रचना कर रखी है।इस मौके पर सुखदेव शर्मा जी (सह संघचालक श्री राम नगर)भीमसेन (नगर कार्यवाह)पुरूषोत्तम कपूर, राज कुमार संयोजक (श्री राम नगर), बलबीर सिंह बलकार सिंह, गुरुचरण सिंह, तीर्थ सिंह सरबजीत सिंह,अमरजीत जी (हरि बोल आटा चक्की वाले) विशेष तौर से एवं अन्य उपस्थित रहे।

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