कानपुर पुलिस की गुंडागर्दी नॉनवेज ना देने पर दुकानदार को बेरहमी से पीटा

क्राइम

प्रतिनिधि – अक्षय प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश

कानपुर में एक बार फिर से पुलिस की गुंडागर्दी का मामला सामने आया है इस बार बुरा में नॉनवेज शॉप पर नॉनवेज देने से मना करने पर नशे में दूध पुलिस कर्मियों ने दुकानदार को बेरहमी से पिता इतना पिता की आंख में भी गंभीर चोट आई है कान का पर्दा फट गया और शरीर पर कई जगह टी के निशान है थाने में सुनवाई नहीं होने पर पीड़ित ने शनिवार को पुलिस कमिश्नर से मिलकर पुलिस कर्मियों के खिलाफ कंप्लेंट की है पुलिस कमिश्नर ने एसीपी नौबस्ता को मामले की जांच होती है। रतनलाल नगर में रहने वाले शुभम सिंह गौतम ने बताया कि उन्होंने एक महीना पहले ही बर्रा छह पाल टावर के पास नॉनवेज की शॉप खोली है 29 में की रात करीब 12 : 15 बजे जब दुकान का पूरा काम समाप्त हो चुका था इस दौरान एक कर से पांच युवक नशे की हालत में पहुंचे शुभम ने बताया कि खाना खत्म हो चुका है इस प्रकार सवार युवक भड़क गए और रोग काटते हुए कहा कि मैं शिक्षा मऊ थाने का सब इंस्पेक्टर हिमांशु चौधरी हूं जबकि उनके साथ मौजूद दूसरे युग में अपना परिचय दरोगा अरुण कुमार के रूप में दिया इसके बाद भी शुभम ने खाना खिलाने से असमर्थता जताई।इस पर दरोगा हिमांशु चौधरी भड़क गए और गाली गलौज करते हुए कहा कि तुम तो खा रहे हो और हमें खाना देने से मना कर रहे हो दुकानदार ने गाली गलौज का विरोध किया तो हिमांशु और अरुण ने तंदूर पर रखी एक सरिया और खपचा उठाकर मारपीट शुरू कर दी इस दौरान दुकान के कर्मचारी शंकर बालमीक ने डायल 112 पर सूचना दी इस पर पुलिसकर्मियों ने शंकर को भी पीट दिया शुभम ने वीडियो बनाने का प्रयास किया तो मोबाइल छीनकर तंदूर भट्टी में डाल दिया डायल 112 की गाड़ी आने पर भी पीते रहे मारपीट के दौरान शुभम की आंख में गंभीर चोट आई कान का पर्दा फट गया और पीठ व पर में भी चोट आई इतना ही नहीं अन्य कर्मचारी अमित प्रताप, प्रदुम्न तिवारी, शंकर वाल्मीकि, नितिन पाल को भी चोट आई। आप है कि पीड़ित ने पहले बर्रा थाने की जनता नगर चौकी और फिर बर्रा थाने में आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी लेकिन विभागीय मामला होने के चलते कहीं सुनवाई नहीं हुई इसके बाद शनिवार को पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार के सामने पेश होकर मामले में कार्यवाही की मांग की पुलिस कमिश्नर ने मामले में जांच बैठा दी है एसपी नौबस्ता को मामले की जांच दी गई है। एसीपी नौबस्ता मंजय सिंह ने पुलिस कमिश्नर की तरफ से जांच का आदेश मिलते ही मामले की जांच शुरू कर दी दुकानदार और अन्य कर्मचारियों को अपने दफ्तर बुलाकर सभी के बयान दर्ज किया पुलिस की प्राथमिक जांच में लगाए गए सभी आरोप सही पाए गए हैं इसी पी ने बताया कि अब सीसीटीवी फुटेज और गाड़ी नंबर व नाम के आधार पर पुलिसकर्मियों व अन्य व्यक्तियों की स्नातक का प्रयास किया जा रहा है जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

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