कांग्रेस कमेटी ने संगठन संयोजक के पी सिंह बुंदेला की मांगों पर अमल नहीं किया तो भोगने पढ़ सकते दुष्परिणाम : प्रमोद बेन

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अगस्त माह में खूटा गाड़ो हल चलाओ आंदोलन मे दलितों आदिवासियों के बीच होगा निर्णय

 

 

प्रतिनिधी:जावेद खान पन्ना मध्यप्रदेश

 

 

पन्ना:आदिवासी दलित क्रांति सेना (बुंदेलखंड) के संगठन प्रवक्ता प्रमोद बने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि पूर्व समय में संगठन संयोजक श्री के पी सिंह बुंदेला के नेतृत्व में गांधी चौक पन्ना में धरना प्रदर्शन कर आदिवासी एवं दलितों के हित में मांगे रखी थी तथा मध्य प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ जी के नाम ज्ञापन दिया गया था प्रति पन्ना के कांग्रेस संगठन मंत्री को दी गई थी।

माननीय द्वारा जिला प्रभारी श्री सैनी को हटाकर मामला को शांत कर दिया गया बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के संविधान में लिखी अधिकारों को कांग्रेस पार्टी मांगों को मानना ही पड़ेगा।

संगठन अपनी मांगों में अड़ा है और आगे भी माग करता रहेगा।

जानकारी हो कि कांग्रेस पार्टी की जिला कार्यकारिणी आदिवासी दलितों को ना के बराबर स्थान दिया गया है कांग्रेस पार्टी के 10 ब्लॉकों में एक भी ब्लॉक अध्यक्ष नहीं नियुक्त किए गए हैं जबकि उक्त समाज को कांग्रेस पार्टी की रीढ़ की हड्डी माना जाता है।

आदिवासी दलित वर्ग सीधा-साधा जरूर है पर मूर्ख नहीं है अपने अधिकारों को पहचानने लगा है पन्ना जिले में 42% संख्या बल को नकारा जा रहा है इनकी बोट सभी को चाहिए अधिकार देने के लिए सभी पीछे हटते हैं।

श्री बेन ने आगे कहा कि वन अधिकार को लेकर के हर वर्ष 1 अगस्त से 9 अगस्त तक “खूंटा गाड़ो जमीन जोतो आंदोलन” चलता है जिसमें वन क्षेत्रों के गांव- गांव में धरना प्रदर्शन भी किए जाते हैं 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मे उक्त मांग को विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जाएगा।