दिव्यांग हक्क संघर्ष सौंपा परिवहन विभाग चंद्रपुर डीटीओ सहाब को सौंपा ज्ञापन

शहर प्रतिनिधी नरेंद्र कांबळे बल्लारपूर
बल्लारपूर:दिव्यागजनों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार और अपमानित कृत्य के संबंध मे सेवा में निवेदन इस प्रकार है कि पिछले कई दिनों से हमे मौखिक शिकायत मिल रही है कि परिवहन विभाग के कर्मचारी दिव्यांग जनो से अच्छे सलूक से पेश नहीं आ रहे है।जब से महाराष्ट्र सरकार ने दिव्यांग जनो को एवं वृद्धों को बसों में सीट आरक्षित की है।तब से हमे बहुत बार यह शिकायत मिली है कि दिव्यांग जन या बुजुर्ग व्यक्ति बसों में सफर करते हुवे देखकर भी लोग उनकी हक्क की सीट उन्हें बैठने के लिए नहीं देते है।इतना ही नहीं बस कंडक्टर और ड्रायवहार की भी जिम्मेदारी है कि उन्हें उनकी आरक्षित सीट पर बैठाए पर कई बार बसों में कंडक्टर और ड्राईवर मिलकर ही दिव्यांग जनो को अपमानित करने का कार्य करते हुवे देखा जा रहा है।अभी हाल ही में हमारी एक दिव्यांग बहन चंद्रपुर से यवतमाल के लिए अपने दिव्यांग पति के साथ सफर करने चढ़ी सफर के दौरान उनकी सीट पर बैठने को लेकर यात्रियों के साथ कहा सुनी हुई।इस दरमियान बस कंडक्टर को दिव्यागजनों ने अपनी सीट दिलाकर देने को कहा लेकिन वे भी अभद्रता से पेश आए।बस ड्राइवर को बस पुलिस स्टेशन पर ले जाने को कहने पर भी उन्हें किसी ने सहयोग नहीं किया और सारे यात्री के सामने इन दोनों दिव्यांग पति,पत्नी को अपमानित होना पड़ा यह सारी घटना हमारे पड़े लिखे समाज को कलंकित करने वाली घटना है।इस घटना का हम इस निवेदन के माध्यम से निषेध व्यक्त करते है।और दोषियों पे कार्यवाही की मांग करते है।इस तरीके का कृत्य आइंदा किसी के भी साथ ना हो इसकी जिम्मेदारी परिवहन विभाग ने लेनी चाहिए।ऐसी मांग परिवहन विभाग के डीटीओ साहब से मिलकर की डीटीओ साहब द्वारा हमे सूचित किया गया है कि कई भी दिव्यांग जनो के साथ या बुजुर्गों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार होता है तो पीड़ित व्यक्ति ने तत्काल अपने नजदीकी बस स्टॉप पर अपनी टिकिट का जेरॉक्स लगाकर शिकायत लिखित दर्ज कराए ताकि हमे कार्यवाही करने में आसानी हो