सेंट थॉमस इंग्लिश स्कूल में साइबर सुरक्षा, सड़क सुरक्षा एवं पुलिस दीदी जागरूकता शिविर संपन्न

नावेद पठाण मुख्य संपादक
वर्धा:बोरगांव मेघे दुनिया तेज़ी से डिजिटल होती जा रही है और साइबर सुरक्षा आज एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है। ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए साइबर जागरूकता, यातायात नियमों का पालन और सुरक्षित वाहन चलाना बेहद ज़रूरी है। वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग न करना, नशीले पदार्थों के सेवन के बाद वाहन न चलाना और सड़क पर चलते समय सतर्क रहना आवश्यक है। जिम्मेदार जीवनशैली ही सुरक्षित समाज की नींव है। यह विचार वर्धा के उप पुलिस निरीक्षक विशाल सवई ने व्यक्त किए।
वे 20 सितंबर को सत्येश्वर ऑडिटोरियम में आयोजित सड़क सुरक्षा, साइबर अपराध और पुलिस दीदी जागरूकता शिविर के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय शास्त्री सामाजिक मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इमरान राही ने की। मंच पर आरटीओ पुलिस निरीक्षक इंद्रजीत मदने, भरत खंडाते, साइबर सेल की स्मिता महाजन, भरोसा सेल की दीपाली फरकुंडे, दामिनी पथक की तारा ताकसांडे, रवीना जाधव, कमलेश बढ़े, राज्य पुरस्कार प्राप्त आदर्श शिक्षक मोहन मोहिते, सेंट थॉमस स्कूल के संचालक विजय सत्याम एवं प्रधानाचार्या प्रीति सत्याम सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।
इमरान राही ने मोबाइल और डिजिटलीकरण के बढ़ते प्रभाव के बीच साइबर सुरक्षा पर शोध और जागरूकता की आवश्यकता पर जोर दिया।
इंद्रजीत मदने ने गति सीमा का पालन करने, सड़क पर मोबाइल का उपयोग न करने और यातायात संकेतों का सम्मान करने जैसे विषयों पर मार्गदर्शन किया।
स्मिता महाजन ने बच्चों को बढ़ते साइबर अपराध से बचाव के उपाय बताए। वहीं, भरोसा सेल – पुलिस दीदी एवं दामिनी पथक की ओर से विद्यार्थियों को जीवनशैली से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें समझाई गईं।
इस अवसर पर पल्लवी बोदिले और सूरज बोदिले को “एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” और “इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” में नाम दर्ज कराने पर सम्मानित किया गया। यह सम्मान विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती प्रीति सत्याम और श्री विजय सत्याम द्वारा प्रदान किया गया। उनकी उपलब्धि से छात्रों को प्रेरणा मिली।
शिविर का संचालन श्रद्धा संत ने किया, धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका सनोबर ने प्रस्तुत किया और उप-प्रधानाचार्या वर्षा देशपांडे सहित सभी शिक्षिकाओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग दिया।